
अगर अपनी किस्मत लिखने का
जरा सा भी हक हो मुझे,
तो अपने नाम के साथ तुझे हर बार लिखूं..!!
ये मोहब्बत है जनाब कितनी भी
तकलीफ दे मगर सुकून भी उसी
की बाहों में मिलता है।
मरे तो लाखों होंगे तुझ पर
मैं तो तेरे साथ जीना चाहता हूँ।
उस चांद को बहुत गुरूर है,
कि उसके पास नूर है।
अब मैं उसे कैसे समझाऊं,
मेरे पास कोहिनूर है।
इन आंखों में जो तस्वीर है वो तेरी है,
दिल की हर धड़कन बस तेरी है,
नहीं चाहिए सारे जहां की खुशियां मुझे,
खुदा करे तुझे मिल जाए,
वह सारी खुशियां जो मेरी है।
ख्वाहिश इतनी है कि कुछ
ऐसा मेरे नसीब में हो,
वक्त चाहे जैसा भी हो
बस तू मेरे करीब हो।
हजारो महफिले हैं और लाखों मेले हैं,
लेकिन जहाँ तुम नही,
वहाँ हम बिलकुल अकेले हैं।
कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है,
कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है,
पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से,
तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है।
एक शुक्रिया जिंदगी में आने के लिए,
एक शुक्रिया जिंदगी को जिंदगी बनाने के लिए,
कर्ज़दार रहेंगे हम जन्मो जन्म,
एक शुक्रिया प्यार को इतने प्यार से निभाने के लिए।
खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है,
जाने कब कौन जिंदगी का हिस्सा बन जाता है,
कुछ लोग जिंदगी में मिलते हैं ऐसे,
जिससे कभी न टूटने वाला रिश्ता बन जाता है।
मैं दिल हूँ और तुम साँसे हो मेरी,
मैं जिस्म हूँ और तुम जान हो मेरी,
मैं चाहत हूँ तुम इबादत हो मेरी,
मैं नशा हूँ और तुम आदत हो मेरी।
हमें सीने से लगाकर हमारी सारी कसक दूर कर दो,
हम सिर्फ तुम्हारे हो जाऐ हमें इतना मजबूर कर दो।
ऐसा क्या बोलूं कि तेरे दिल को छू जाए,
ऐसी किससे दुआ मांगू कि तू मेरी हो जाए,
तुझे पाना नहीं तेरा हो जाना है मन्नत मेरी,
ऐसा क्या कर दूं कि ये मन्नत पूरी हो जाए।
आ के मेरी साँसों में बिखर जाओ तो अच्छा होगा,
बन के रूह मेरे जिस्म में उतर जाओ तो अच्छा होगा,
किसी रात तेरी गोद में सिर रख के सो जाऊं,
फिर उस रात की कभी सुबह ना हो तो अच्छा होगा।
वो हसरतें दिल की अब जुबां पर आने लगी,
तुमने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी,
मोहाब्बत की इन्तहा थी या दीवानगी मेरी,
हर सूरत में मुझे सूरत तेरी नज़र आने लगी।
होती नहीं है मोहब्बत सूरत से,
मोहब्बत तो दिल से होती है,
सूरत उनकी खुद-ब-खुद लगती है प्यारी,
कदर जिनकी दिल में होती है..
न जिद है न कोई गुरूर है हमे,
बस तुम्हे पाने का सुरूर है हमे,
इश्क गुनाह है तो गलती की हमने,
सजा जो भी हो मंजूर है हमे।
उनके साथ रहते रहते उनसे चाहत सी हो गई,
उनसे बात करते करते एक आदत सी हो गई,
एक पल वो हमे न मिले तो दिल बेचैन हो जाता है,
उनसे दोस्ती निभाते निभाते उनसे मोहब्बत सी हो गई।
तेरे चेहरे पर मेरा ही नूर होगा,
फिर न कभी तू मुझसे दूर होगा,
सोच रहे है उस दिन क्या ख़ुशी होगी,
जिस दिन तेरी मांग में मेरे नाम का सिन्दूर होगा।
अपनी जिंदगी में हमने तेरी जरूरत देखी है,
तेरी आँखों में हमने अपने लिए मोहब्बत देखी है,
जितनी बार खुद को भी नही देखा होगा,
उतनी बार हमने तेरी सूरत देखी है।